भारत सरकार देश के नागरिकों के लिये कई जनकल्याणमूलक योजनाएं चला रही हैं, जिनके तहत लोगों का रिटायरमेंट के बाज जीवनयापन आराम से हो सके और उन्हें आर्थिक रूप से किसी समस्या का सामना बुढ़ापे में ना करना पड़े। ऐसी कई योजनाएं फिलहाल सफल हो रही हैं और कुछ अब भी रास्ते में हैं। इन्हीं में से एक है अटल पेंशन योजना। ये एक राष्ट्रीय पेंशन योजना है। इस योजना को देश के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2015-16 के केंद्रीय बजट में पारित किया था।
अगर आप भी इस योजना का पूरा लाभ उठाने के बारे में सोच रहे हैं तो यह लेख आपको अंत तक पढ़ना चाहिए, क्योंकि इसका लाभ लेने से आपको इसकी सभी जानकारी होनी चाहिए। अटल पेंशन योजना का लाभ देश के बहुत सारे लोग उठा चुके हैं तो चलिए इससे संबंधित सभी महत्वपूर्ण विषयों के बारे में जानते हैं।
क्या है अटल पेंशन योजना?
ये योजना मुख्य रूप से देश के नागरिकों का बुढ़ापा आरामदायक निश्चित करती है। इस योजना का लाभ विशेष रूप से गरीबों, वंचितों और असंगठित क्षेत्र के लोगों के लिए है। इस योजना का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी भारतीय नागरिक को बुढ़ापे में किसी बीमारी, दुर्घटना या अप्रियजनक घटना के बारे में चिंता न करनी पड़े। जो लोग हाउस हेल्प या डिलीवरी ब्वॉय जैसी नौकरियां करते हैं, उन्हें पेंशन नहीं मिलती, लेकिन अटल पेंशन योजना उन्हीं लोगों को वृद्धावस्था के दौरान पेंशन मुहैया करायेगी।
इस योजना के लाभार्थियों को 60 वर्ष की आयु के बाद 1000 रुपये, 2000 रुपये, 3000 रुपये, 4000 रुपये या 5000 रुपये की निश्चित पेंशन मिल सकती है। पेंशन की राशि व्यक्ति की आयु और योगदान राशि के आधार पर निर्धारित की जाएगी। इसके अलावा योगदानकर्ता का जीवनसाथी योगदानकर्ता की मृत्यु पर पेंशन का दावा कर सकता है और योगदानकर्ता और उसके पति या पत्नी दोनों की मृत्यु पर, नामांकित व्यक्ति को संचित कोष प्राप्त होगा।
हालांकि, यदि योगदानकर्ता की मृत्यु 60 वर्ष की आयु पूरी करने से पहले हो जाती है, तो पति या तो योजना से बाहर निकल सकता है और कोष का दावा कर सकता है या शेष अवधि के लिए योजना जारी रख सकता है। भारत सरकार द्वारा निर्धारित निवेश पैटर्न के अनुसार, योजना के तहत एकत्रित राशि का प्रबंधन भारतीय पेंशन निधि नियामक प्राधिकरण (“पीएफआरडीए”) द्वारा किया जाना है।
अटल पेंशन योजना के लिए योग्यता
- भारत का नागरिक होना चाहिए।
- आवेदक 18-40 की उम्र के बीच होना चाहिए।
- न्यूनतम 20 वर्षों के लिए योगदान करना चाहिए।
- आपके आधार के साथ एक बैंक खाता जुड़ा होना चाहिए।
- एक वैध मोबाइल नंबर होना चाहिए।