जठरांत्र संबंधी मार्ग (gastrointestinal tract) में गैस का उत्पादन पाचन प्रक्रिया का एक सामान्य हिस्सा है। यह बात करते, खाते या सांस लेते समय मुंह से हवा निगलने और बड़ी आंत में भोजन के बैक्टीरिया के टूटने का संयुक्त परिणाम है। ये दोनों कारक पाचन तंत्र में गैस के निर्माण में योगदान करते हैं, जो बाद में डकार और गैस के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाती है।
मुंह या गुदा के माध्यम से अतिरिक्त हवा को बाहर निकालने में विफलता आमतौर पर आपके पाचन तंत्र के अंदर गैस के निर्माण के बराबर होती है, जो पेट दर्द, परेशानी और पेट फूलने की समस्या पैदा करती है। आज की इस लेख में हम आपको गैस या ब्लोटिंग जैसी समस्या से समाधान के लिये कुछ उपायों के बारे में बताने वाले हैं।
मैग्नीशियम साइट्रेट
ब्लोटिंग या गैस की समस्या से छुटकारा पाने के लिये आप रात को सोने से ठीक पहले 500 मिलीग्राम मैग्नीशियम साइट्रेट लें। मैग्नीशियम साइट्रेट (साइट्रेट ऑफ मैग्नेशिया, सिट्रोमा) एक ओटीसी दवा है, जो कब्ज से राहत देने के लिए आंतों में पानी बरकरार रखती है।
मैग्नीशियम साइट्रेट कुछ एंटीबायोटिक दवाओं के साथ परस्पर क्रिया करता है। मैग्नीशियम साइट्रेट (साइट्रेट ऑफ मैग्नेशिया, सिट्रोमा) एक ओवर-द-काउंटर दवा है, जो कब्ज से राहत और इलाज में मदद करती है।
डाइजेस्टिव बिटर
गैस या ब्लोटिंग की समस्या से बचने के एक उपाय डाइजेस्टिव बिटर भी है, जिसे आप अपने आहार में शआमिल कर सकते हैं। इसके लिये आप नींबू पानी पी सकते हैं। जब आपके पास पर्याप्त एचसीएल नहीं होता है, तो भोजन को आसानी से पचाना कठिन होता है। भोजन से पहले, भोजन के दौरान या बाद में पाचक रसों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए हर्बल दवाओं में डाइजेस्टिव बिटर्स का उपयोग किया जाता है।
खाते वक्त कोई गील्ट महसूस न करें
इस बात का ध्यान रखें कि कब खाने को लेकर आपके भीतर गील्ट आ जाये। गील्ट हमेशा भोजन के पचने के तरीके में आड़े आएगी और आपको और भी बुरा महसूस कराएगी।