Diabetes in Children: अगर बच्चों में दिखे ये संकेत तो हो जाए सावधान, वरना हो सकती है डायबिटीज

Diabetes in Children: आजकल के समय में बड़े तो बड़े बच्चों में भी डायबिटीज की समस्या काफी आम हो गई है। लगभग हर चौथा इंसान डायबिटीज की बीमारी से ग्रसित है, जिसका प्रमुख कारण है तनाव, मोटापा, गलत लाइफस्टाइल और खानपान की खराब आदतें। बहुत सारे लोग जन्म से ही डायबिटीज की बीमारी से ग्रसित होते हैं। 

Diabetes in Children

जिन लोगों में इंसुलिन का लेवल सही नहीं होता उन्हें डायबीटीज की समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है। बच्चे भी इस बीमारी से दूर नहीं रह पाए हैं, अगर पेरेंट्स बच्चों के खान-पान और दिनचर्या का ध्यान नहीं रखेंगे, तो समस्या काफी बढ़ सकती है। अगर आपके बच्चों में ये लक्षण दिखाई दें तो हो जाएं सचेत:

ज्यादा प्यास लगना

अगर ब्लड शुगर लेवल हाई है तो ज्यादा प्यास लगती है। अगर बच्चा बिना किसी फिजिकल वर्क के नॉर्मल से ज्यादा पानी पी रहा है, तो हो सकता है उसका ब्लड शुगर लेवल हाई हो, इसे तुरंत ही जाकर चेक कराएं। 

बार-बार पेशाब आने की समस्या

ब्लड शुगर लेवल हाई होने पर बार-बार पेशाब आ सकती है और ये एक कॉमन प्रॉब्लम है। अगर आपका बच्चा नार्मल दिनों से ज्यादा वॉशरूम Use कर रहा है, तो अलर्ट हो जाए। ये हाई ब्लड शुगर लेवल की निशानी है, तुरंत ही डॉक्टर से कंसर्ट करें और आवश्यक कदम उठाएं। 

भूख ज्यादा लगना

बच्चों को अगर ज्यादा भूख लग रही है। थोड़ी-थोड़ी देर बाद वह खाने की डिमांड कर रहा है, तो हो सकता है उसका शुगर बढ़ रहा है। 

अचानक से वजन घटना

टाइप 2 डायबिटीज के शिकार बच्चों में अचानक से वजन घटा शुरू हो सकता है। इसका कारण ये है कि बॉडी सेल्स के इन्सुलिन रेजिस्टेंस होने की वजह से ग्लूकोज से जरूरी एनर्जी नहीं मिल पाती और वजन कम होने लगता है। अगर आपका बच्चा पर्याप्त मात्रा में भोजन कर रहा है, लेकिन फिर भी उसका वजन बढ़ नहीं रहा है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। 

धुंधला दिखाई पड़ना

ब्लड शुगर हाई होने पर आंख कमजोर होने लगती है और धुंधला दिखने लगता है, इसलिए बहुत जरूरी है कि आई टेस्ट के साथ-साथ ब्लड टेस्ट भी कराएं। अगर आपका बच्चा ये शिकायत कर रहा है कि उसे ढंग से दिख नहीं रहा तो इस बात को सीरियसली ले। 

हर वक्त थका हुआ महसूस करना

अगर आपका बच्चा बहुत जल्दी थक जाता है या चिड़चिड़ाने लगता है, तो शरीर में ब्लड शुगर लेवल टेस्ट करा लेना चाहिए। क्योंकि बच्चों में एनर्जी बड़ों की अपेक्षा अधिक होती है, इसलिए बच्चों में थकावट ज्यादा नहीं होती, लेकिन अगर बच्चा थका-थका सा दिख रहा है और हर बात पर चिड़चिड़ा रहा है, परेशान कर रहा है, तो इस लक्षण को बिल्कुल भी इग्नोर ना करें और डॉक्टर से परामर्श लें। 

बच्चों के अस्वाभाविक लक्षणों पर ध्यान रखें और जरा सी भी गड़बड़ी होने पर डॉक्टर को संपर्क करें, इससे पहले कोई बड़ी समस्या आपके सामने आए, सचेत हो जाए और समय रहते इलाज करा ले। 

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