अपराध की दुनिया में अपराधियों के एक से बढ़कर एक शातिराना तरीकों वाले अपराध देखने को मिलते हैं। ये अपराधी जितने बड़े अपराध करते हैं, कानून भी उनको उसी अनुपात में सजा सुनाता है। यद्यपि सजा के बाद भी भुक्तभोगी उनकी दिए दंश को कभी नहीं भूलता।
अमूमन दुनिया के बहुत से कानून में ऐसा देखने को मिलता है की खतरनाक वह बेहद शातिर अपराधियों को जानबूझकर इतनी लंबी अवधि की सजा दी जाती है ताकि वो जन सामान्य को अपना शिकार बनाने के लिए दोबारा जेल से कभी बाहर न आ सकें। आज हम आपको एक ऐसी ही शातिर और जालसाज महिला अपराधी की कहानी बताने जा रहे हैं जिसे अदालत ने अब तक की दुनिया की सबसे लंबी अवधि की सजा सुनाई है। इस महिला को कोर्ट द्वारा 1 लाख 41 हजार 78 वर्ष की सजा सुनाई गई थी। ज़ाहिर सी बात है कि इतनी लंबी अवधि की सजा का जुर्म भी उतना ही खतरनाक होगा।
थाईलैंड की शातिर महिला का कारनामा
थाईलैंड की चमोए थिप्यासो (Chamoy Thipyaso) ने “चिट फंड”के माध्यम से 16,231 लोगों के साथ फ्रॉड करते हुए तकरीबन 19 करोड़ रुपए की जालसाजी की। “चिट फंड” कंपनी माई चमोय फंड को माध्यम बनाकर थियाप्सो ने भारत के केरल राज्य में भी कई लोगों के साथ धोखाधड़ी की। थाईलैंड की तेल कंपनी पेट्रोलियम अथॉरिटी आफ थाईलैंड जो कि वर्तमान में पीटीटी के नाम से काम कर रही है, चमोए इसी कंपनी की एक कर्मचारी के रूप में कार्य करती थी। चमोए लोगों को निवेश के बदले तेल बांड देती थी और इस बात का झांसा देती थी कि भविष्य में इस पर बहुत अच्छा रिटर्न मिलेगा जबकि बाद में निवेशक के हाथ कुछ नहीं लगता था।
शाही परिवार भी हुआ शिकार
थियाप्सो ने अपने शातिर दिमाग का इस्तेमाल इस तरह से किया कि उसकी जालसाजी पूरी तरह से वैध दिखे और लोग उस पर भरोसा कर सकें। इस काम को अंजाम देने के लिए उसने रॉयल थाई वायु सेना के संपर्क माध्यम को जरिया बनाया। इतने विश्वसनीय माध्यम को देखते हुए बहुत बड़ी संख्या में लोगों ने अपना पैसा लगा दिया। इसमें थाई रॉयल फैमिली के सदस्य व सेना के नामचीन लोग भी शामिल थे।
1980 के दशक में जालसाजी का हुआ खुलासा
थियाप्सो के इस घोटाले का भंडाफोड़ 1980 के दशक में सामने आया और पता चला कि उसने अपने निवेशकों से फ्रॉड करके करोड़ों डालर हड़प लिए हैं। अंततः 16000 से अधिक लोगों के साथ जालसाजी करने वाली चमोए थियाप्सो को गिरफ्तार करके फंड बंद कर दिया गया।
मात्र 8 वर्ष ही जेल में गुजारे
थियाप्सो की गिरफ्तारी के बाद थाई वायु सेना ने उसे बहुत दिनों तक एक गुप्त स्थान पर रखा था। निवेशकों के आर्थिक नुकसान की भरपाई के बाद 1989 में थियाप्सो पर केस चला और कोर्ट ने उसे 1,41,078 वर्ष की सजा सुनाई। इस वारदात की सबसे हैरान कर देने वाली बात यह रही कि इस जालसाज महिला को अपने अपराध के लिए मात्र 8 वर्ष ही जेल में काटने पड़े। दरअसल इस घटना के तुरंत बाद थाईलैंड में एक नया कानून बना जिसके अनुसार धोखाधड़ी या जालसाजी के सजायाफ्ता अपराधी को चाहे कितनी भी लंबी अवधि की सजा दी गई हो, उसे 20 वर्ष से अधिक करावास में नहीं रखा जा सकेगा।