Chanakya Niti: इन 4 कामों के बाद महिला और पुरुष दोनों को करना चाहिए स्नान, वरना सेहत पर पड़ सकता है बुरा असर

Chanakya Niti: चाणक्य अर्थशास्त्र के बहुत बड़े ज्ञाता थे, इसके अलावा राजनीति और कूटनीति में भी उन्हें महारत हासिल थी। इसी वजह से उन्हें इन सबका पितामह भी कहा जाता है। आचार्य चाणक्य अपने जीवनकाल में कई ग्रंथ लिखे हैं जिमसे उन्होंने यह भी वर्णन किया है कि मनुष्य अपनी जीवन को बेहतर कैसे बना सकता है।

Chanakya Niti
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आचार्य चाणक्य अपनी नीति में यह भी जिक्र कर चुके हैं कि किस मनुष्य को कब, कहां और क्या करना चाहिए और क्या नहीं। इसी को ध्यान में रखते हुए आज हम इस लेख के माध्यम से चाणक्य के उन 4 बातों के बारे में जिक्र करने जा रहे हैं जिसमे उन्होंने कहा है कि किस काम के बाद स्त्री और पुरुष को जल्द स्नान कर लेना चाहिए।

तैलाभ्यङ्गे चिताधूमे मैथुने क्षौरकर्मणि।
तावद् भवति चाण्डालो यावत् स्नानं न चाचरेत्।।

यह चाणक्य नीति का एक श्लोक है जो आठवें अध्याय के छठे नंबर पर मौजूद है। इस श्लोक के माध्यम आचार्य चाणक्य बताना चाहते हैं कि मनुष्य को किन-किन कामों के बाद तुरंत स्नान कर लेना चाहिए। इस श्लोक में चार कामों का जिक्र किया गया है तो चाहिए अब हम उसके बारे में जानते हैं।

1. तेल से मालिश करवाने के बाद

तेल से मालिश करना शरीर के लिए फायदेमंद साबित होता है, क्योंकि इसकी वजह से हमारा शरीर चमकदार होता है। इसके अलावा सेहत भी अच्छी रहती है, इस वजह से हर किसी को सप्ताह में कम से कम एक बार अपने शरीर को तेल से मालिश अवश्य करवाना चाहिए। लेकिन आचार्य चाणक्य कहते हैं कि तेल से मालिश करने के तुरन्त बाद हमने स्नान कर लेना चाहिए, ताकि शरीर के सभी गंदगी दूर हो सके।

2. अंतिम संस्कार के बाद

हिंदू धर्म में जब किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तब उसके दाह संस्कार में बहुत सारे लोग जाते हैं, लेकिन वहां से आने के बाद जल्द स्नान कर लेना चाहिए। इस पर चाणक्य का कहना है कि श्मशान में अनेकों तरह के कीटाणु पाए जाते हैं जो अंतिम संस्कार के दौरान हमारे शरीर में चिपक जाते हैं। इस वजह से हमें जल्द से जल्द स्नान कर लेना चाहिए तकि वह कीटाणु हमें कोई नुकसान न पहुंचाए।

3. शारीरिक संबंध बनाने के बाद

आज के समय में बहुत कम ऐसे लोग हैं जो शारीरिक संबंध बनाने के बाद तुरन्त स्नान करते हैं। इस पर आचार्य चाणक्य का कहना है कि स्त्री और पुरुष जब भी शारीरिक संबंध बनाते हैं तब उसका शरीर अपवित्र हो जाता है, इस वजह से उन्हें इस काम के तुरंत बाद स्नान कर लेना चाहिए। क्योंकि जब तक आपका शरीर अपवित्र रहेगा तब तब आप कोई पवित्र काम नहीं कर सकते हैं।

4. बाल कटवाने के तुरंत बाद

उस श्लोक में आचार्य चाणक्य ने कहा है कि मनुष्य को अपना बाल कटवाने के तुरंत बाद स्नान कर लेना चाहिए। क्योंकि बाल कटवाते समय उसके छोटे-छोटे टुकड़े हमारे शरीर पर चिपक जाते हैं जिसकी वजह से हमें सेहत संबंधित समस्या हो सकती है। इसे ध्यान में रखते हुए बाल कटवाने के बाद जल्द नहा लेना चाहिए।

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