Chanakya Niti: चाणक्य के अनुसार जीवनसाथी चुनते समय इन 3 बातों का रखें ध्यान, वरना जिंदगी भर पछताना पड़ेगा

शादीशुदा जीवन की सफलता पति-पत्नी दोनों पर निर्भर करती है। दोनों की आपसी समझ, एक दूसरे के प्रति प्यार और विश्वास पर। हालांकि, कई बार ऐसा होता है कि पति-पत्नी के बीच सही तालमेल नहीं होने से उनका रिश्ता टूट जाता है। आचार्य चाणक्य ने अपने नीतिशास्त्र में सफल जीवन की नीतियों के साथ गृहस्थ जीवन से जुड़ी कई अहम बातें बताई हैं।

Chanakya Niti

नीतिशास्त्र चाणक्य नीति में आचार्य चाणक्य की कुछ ऐसी ही नीतियों का संग्रह है, जो कि मनुष्य को जीवन जीने का सही तरीका बताती हैं। इन नीतियों पर चलकर आपको कभी निराशा या असफलता का सामना नहीं करना पड़ेगा। अगर आप अपने लिए जीवनसाथी की तलाश कर रहे हैं, तो चाणक्य नीति में दी गई कुछ बातों का विशेष तौर पर ध्यान रखें, क्योंकि जीवनसाथी का चयन करते समय छोटी सी भूल भी जीवनभर दुख दे सकती है।

1. सूरत नहीं बल्कि सीरत देखिए

चाणक्य के अनुसार, चेहरे की खूबसूरती को नहीं बल्कि मन की खूबसूरती देखनी चाहिए। चाणक्य कहते हैं कि ऐसा जरूरी नहीं है कि जो बाहर से खूबसूरत दिखे वो असल में अच्छे हों। उनके अनुसार जो लोग व्यक्ति के मन और उनके विचारों को परखकर शादी करते हैं, वे हमेशा खुश रहते हैं।

2. धीरज होना जरूरी

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जिस व्यक्ति में धीरज होता है, वो सभी तरह की परिस्थिति को संभालने की क्षमता रखते हैं। वे कहते हैं कि धैर्यवान व्यक्ति परिस्थितियों को ठीक करने का सामर्थ्य रखता है। वह कहते हैं कि शादी से पहले अपने जीवनसाथी में धैर्य है या नहीं ये भी देखना चाहिए।

3. दबाव में न करे फैसला

चाणक्य नीति के अनुसार जीवनसाथी का चयन करते समय आपको किसी भी प्रकार का दबाव नहीं लेना चाहिए। यह पूरी जिंदगी का मामला है और इसलिए सोच-समझकर विचार कर ही फैसला लेना चाहिए, क्योंकि दबाव में लिए गए फैसले के बाद शादी मजबूरी बन जाती है और इसमें आपको बार-बार समझौता करना पड़ता है।

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