Business Idea: अमूमन लोग स्वाद के साथ स्वास्थ्य पर भी ध्यान देते हैं। क्योंकि हमारी कार्य कुशलता हमारे जीवन स्तर को प्रभावित करती है और कार्य कुशलता तभी बढ़ेगी जब हम शारीरिक रूप से फिट रहेंगे। इसी को ध्यान में रखते हुए आजकल भोजन में भी ऐसी सब्जियों को सम्मिलित किया जा रहा है जिसमें कैल्शियम और विटामिन की मात्रा भरपूर हो।
भोजन में पौष्टिकता की मांग को देखते हुए ऐसी चीजों के उत्पादन पर भी प्रभाव पड़ा है जो लोगों की प्राथमिकता और पसंद बनती जा रही है। ऐसी ही एक सब्जी है “मशरूम” जिसकी मांग इस समय इतनी तेजी से बढ़ रही है कि शहर ही नहीं गांव में भी लोग मशरूम का भरपूर प्रयोग कर रहे हैं क्योंकि यह कैल्शियम के साथ ही विटामिन डी और फास्फोरस का अच्छा स्रोत है जो हड्डियों को पुष्ट और मजबूत बनाता है।
युवा कृषक का चमका भविष्य
हरियाणा राज्य के सोनीपत जिले के कृषक श्रवण कुमार मशरूम की खेती को अपना करियर व व्यवसाय बनाकर एक सुनहरे मुकाम की ओर अग्रसर हैं। कृषि में स्नातक श्रवण एक समय बहुत मुश्किलों का सामना कर रहे थे कि तभी नौकरी पाने के लिए इंडियन सोसाइटी ऑफ एग्री बिजनेस प्रोफेशनल्स (ISAP),करनाल पहुंचे जहां के नोडल अधिकारी से संपर्क के बाद उनका विशेष मार्गदर्शन हुआ।
ऐसे चमका भाग्य का सितारा
लगभग 2 महीने के तकनीकी अभ्यास व मार्गदर्शन के बाद श्रवण कुमार ने एग्री क्लीनिक वह एग्री बिजनेस स्कीम की विधिवत जानकारी प्राप्त की। एग्री बिजनेस की स्क्रीनिंग में चयनित होने के बाद उन्होंने ट्रेनिंग प्रोग्राम वह वर्कशॉप में भागीदारी की। इस दौरान मशरूम की खेती (Mashroom Farming) ने उनका ध्यान आकृष्ट किया और इससे संबंधित सभी तकनीकी जानकारी लेने के बाद उन्होंने मशरूम की खेती को अपने व्यावसायिक करियर के रूप में चुनने का निर्णय लिया।
50 हजार से 15 लाख तक की उड़ान
श्रावण ने मशरूम की खेती करने के लिए ₹50,000 का निवेश किया तथा रैंकिंग सिस्टम का प्रयोग करते हुए मशरूम उत्पाद यूनिट लगाए। इस उद्योग की शुरुआत उन्होंने 10 kg बटन मशरूम स्पॉन (Button Mashroom Spawn) से किया तथा 100 बैगों में टिक निशान लगाकर छप्पर की छत से लटकाया गया। लगभग 4 माह के अंदर 27 क्विंटल मशरूम पैदा हुए। इस प्रतिफल से उत्साहित श्रवण ने मशरूम की अन्य किस्मों की भी पैदावार करने का निर्णय लिया।
श्रवण बताते हैं इस समय वह हरियाणा के सोनीपत जिले में बटन मशरूम (Button Mashroom), ऑयस्टर (Oyster) व मिल्क व्हाइट मशरूम (Milk White Mashroom ) के उत्पादन में लगे हुए हैं साथ ही उन्होंने बैंक से लोन के लिए अप्लाई किया है जिससे संरक्षित रूप से इसके उत्पादन को और विस्तार दिया जा सके ताकि वर्ष भर बिक्री का क्रम बना रहे।