क्या आप भी गोरा होने के लिए लगा रही हैं फेयरनेस क्रीम, तो हो जाइए सावधान, डैमेज हो सकती है किडनी, जानिए इसके नुकसान

लड़कियां और महिलाएं अपनी खूबसूरती को लेकर काफी ज्यादा विटार करती हैं और सुंदर दिखने के लिये तरह-तरह के घरेलू उपाय, ट्रीटमेंट्स या फेयरनेस क्रीम का सहारा लेती हैं। हालांकि, क्या आपने कभी सोचा है कि इन फेयरनेस क्रीम से इंसान की किडनी डैमेज हो सकती है। अगर नहीं, तो ये खबर जरूर पढ़िए।

fairness cream

अगर आप लंबे समय से खुद को गोरा दिखाने के लिए फेयरनेस क्रीम का इस्तेमाल कर रही है तो आज ही उसे छोड़ दें, क्योंकि इसकी वजह से आपको बहुत बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है तो चलिए अब हम जानते हैं कि फेयरनेस क्रीम लगाने से आपको क्या-क्या नुकसान हो सकता है। लेकिन इस के लिए यह आर्टिकल अंत तक पढ़िए, ताकि सब कुछ आपको अच्छी तरह समझ में आ सके।

किडनी को नुकसान पहुंचाती हैं फेयरनेस क्रीम

विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि फेयरनेस क्रीम, जिनमें मरकरी होता है, किडनी को नुकसान पहुंचा सकती हैं। डब्लूएचओ का कहना है कि मरकरी स्किन लाइटनिंग साबुन और क्रीम में आम सामग्री में से एक है। मरकरी साल्ट मेलेनिन के निर्माण को ट्रिगर करता है, जिसके परिणामस्वरूप त्वचा का रंग हल्का होता है।

फेयरनेस क्रीम आमतौर पर अफ्रीका और एशियाई देशों के कुछ हिस्सों में उपयोग की जाती हैं। भारत में भी महिलाएं गोरापन पाने के लिये इन क3म का उपयोग करती हैं। फेयरनेस क्रीम उत्पाद लगभग 2000 करोड़ रुपये में 61 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट कहती है कि किडनी को नुकसान के अलावा फेयरनेस क्रीम के प्रतिकूल प्रभावों में से एक त्वचा पर चकत्ते, मलिनकिरण, दाग-धब्बे और बैक्टीरिया के संक्रमण के प्रति त्वचा की प्रतिरोधक क्षमता में कमी है।

डब्ल्यूएचओ का कहना है “मरकरी युक्त त्वचा को हल्का करने वाले उत्पाद स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हैं और इसके परिणामस्वरूप कई देशों में इसे प्रतिबंधित कर दिया गया है। हालांकि, ऐसी खबरें हैं कि ऐसे उत्पाद अभी भी उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध हैं, और वे इंटरनेट पर विज्ञापित हैं”।

मुंबई से सामने आया था चौंकाने वाला मामला

कुछ ही समय पहले मुंबई में फेयरनेस क्रीम को लेकर एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया, जिसमें फेयरनेस क्रीम लगाने से एक ही परिवार की 3 महिलाओं की किडनी बुरी तरह प्रभावित हो गई। ये तीनों महिलाएं 4 महीने से फेयरनेस क्रीम का इस्तेमाल कर रही थीं और उन्हें ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस बीमारी हो गई।

एक ही घर की तीन महिलाओं की किडनी हुई खराब

राज्य के अकोला जिले में एक ब्यूटीशियन से खरीदी गई स्थानीय रूप से निर्मित फेयरनेस क्रीम का उपयोग करने से एक छात्रा और उसके घर की दो अन्य महिलाओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 20 साल की बायोटेक की छात्रा ने जब स्थानीय स्तर पर बनी फेयरनेस क्रीम का इस्तेमाल करना शुरू किया तो हर कोई उसके चेहरे की चमक की तारीफ करने लगा। इसके बाद छात्रा की मां और बहन भी इस क्रीम का इस्तेमाल करने लगीं।

मां और दो बेटियां ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस का हुईं शिकार

ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस एक ऐसी बीमारी है जिसमें किडनी के छोटे फिल्टर खराब हो जाते हैं। एक ही घर की तीन महिलाओं को किडनी की बीमारी से पीड़ित देखकर डॉक्टर ने भी हैरानी जताई। छात्रा का इलाज कर रहे डॉक्टर ने कई टेस्ट के बाद पाया कि किडनी की इस समस्या के लिए उसकी मेकअप किट जिम्मेदार है। इसके बाद प्रयोगशाला में की गई क्रीम सहित विभिन्न वस्तुओं की जांच के नतीजों ने डॉक्टरों को हैरान कर दिया। डॉक्टर ने कहा कि स्किन क्रीम में मरकरी का स्तर एक पीपीएम (पार्ट्स पर मिलियन) से कम के स्वीकार्य स्तर के मुकाबले हजारों में था। साथ ही छात्रा के खून में मरकरी का स्तर 46 था, जबकि सामान्य तौर पर यह 7 होना चाहिए।

आपको बता दें कि इंसानों के लिए बेहद खतरनाक मरकरी मेलानोसाइट्स को रोक सकता है, जिससे त्वचा में निखार आता है। चूंकि क्रीम में मरकरी की मात्रा अधिक थी, इसलिए यह उसकी किडनी पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा था और उसकी त्वचा को गोरा बना रहा था। रिपोर्ट के मुताबिक छात्रा अभी पूरी तरह से ठीक नहीं हुई है, लेकिन बेहतर इलाज से उसकी मां और बहन ठीक हो गई है।

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